भारत में कोरोना अपने पाँव पूरी तरह पसार चुका है। कोरोना को रोकने की तमाम कोशिशे नाकाम साबित हुई है। लम्बे समय से चल रहा लॉकडाउन भी कोरोना को रोकने में नाकाम साबित हुआ है। देश में कोरोना को रोकने के लिए लॉकडाउन लागू किये 2 महीने से अधिक हो चुके हैं। पूरे देश में लॉकडाउन का ये पांचवा चरण चल रहा है। पांचवा चरण आते-आते सरकार भी अब हार मानती हुई नज़र आ रही है। अभी हाल ही में भारत के अंदर कोरोना मामलो ने 2 लाख का आंकड़ा पार किया है।
देश भर में कोरोना को रोकने के लिए केंद्र सरकार की सभी कोशिशे अभी तक नाकाम साबित हुई हैं। देश में कोरोना की रफ़्तार दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। पिछले 15 दिनों में कोरोना के मामले 1 लाख से 2 लाख तक पहुँच गए हैं। जबकि देश में कोरोना को 1 लाख के आंकड़े तक पहुँचने के लिए 108 दिन का समय लगा था। इसी से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि इस समय कोरोना की रफ़्तार देश में कितनी तेज़ हो चुकी है।
अब जबकि केंद्र सरकार लॉकडाउन को हटाने का प्रयास कर रही है, कोरोना ने रौद्र रूप ले लिया है। देश भर में हर रोज़ 8000 से अधिक नए कोरोना मामले सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में भी देश के अंदर रिकॉर्ड 8820 मामले दर्ज किये गए हैं। संक्रमण के मामले में कोरोना हर रोज़ नए रिकॉर्ड बना रहा है। कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले समय में भारत कोरोना के मामलो में अमेरिका को भी पीछे छोड़ देगा। कोरोना संक्रमण और मौतों के मामलो में अभी अमेरिका दुनिया में सबसे आगे चल रहा है।
भारत की अगर बात करें तो महाराष्ट्र में सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले पाए गए हैं। महाराष्ट्र में अब तक 72,300 संक्रमण के मामले पाए जा चुके हैं। महाराष्ट्र के बाद तमिलनाडु दूसरे पायदान पर है। तमिलनाडु में अब तक 24,586 मामले पाए जा चुके हैं। देश की राजधानी दिल्ली में 22,132 कोरोना मामले सामने आ चुके हैं। पूरे देश की अगर बात की जाए तो अब तक 2,08,252 मामले पाए जा चुके हैं। देश में मौत का आंकड़ा 5,840 पर है। लगभग एक लाख लोग अब तक कोरोना को हरा कर ठीक हो चुके हैं।