हमारा भारत देश इस समय बहुत मुश्किल समय से गुज़र रहा है। कोरोनावायरस फैलने के कारण पूरा देश रुक सा गया है। सभी तरह के काम कारोबार बिल्कुल पूरी तरह बंद पड़े हुए हैं। सरकार इस वायरस से लड़ने के लिए देश में लॉकडाउन घोषित कर चुकी है। सभी को इस महामारी के ख़त्म होने का इंतज़ार है। इसी बीच एक बेहद दुःखद घटना सुनने को मिली है। कानपुर में 10वी कक्षा की एक बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया है।
मामला कानपुर शहर के बिठूर में स्थित मकसूदाबाद गाँव का है। गाँव में रहने वाले एक रिक्शा चालक की बेटी दसवीं कक्षा में पड़ती है। लड़की को देश की सेवा करने का जूनून है। अपने इसी जूनून के चलते लड़की पुलिस में जानें की तैयारी कर रही है। अपनी इसी तैयारी के लिए लड़की हर रोज़ सुबह 4 बजे दौड़ लगाने जाती है। 1 मई को लड़की जब दौड़ लगाने के लिए निकली तो गाँव के ही 3 युवको ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया।
सुनसान रास्ते पर मौका देख कर उन लोगों ने लड़की को पकड़ कर गाड़ी में बैठाया और उसको अपने अड्डे पर ले गए। वहां उन तीनो ने लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया। बलात्कार करने के बाद उन्होंने लड़की को वहीं छोड़ दिया। मौका देख कर लड़की बड़ी मुश्किल से वापस अपने घर पहुंची। घर जाने के बाद उसने अपनी आपबीती सुनाई। लड़की की तबीयत बिगड़ती देख कर परिजन उसको अस्पताल लेकर गए।
दुष्कर्म करने वाले व्यक्ति लड़की के गरीब परिवार को धमकाने लगे। उन्होंने लड़की की ज़िन्दगी ख़राब करने और उसको मारने तक की धमकी दी। उन्होंने कहा कि परिवार वाले पुलिस में शिकायत दर्ज न करें। बड़ी मुश्किल से छिपकर वे लोग पुलिस स्टेशन पहुंचे। लेकिन वहां भी उन्हें निराशा हाथ लगी। परिवार वालो ने बताया कि पुलिस ने रिपोर्ट नहीं लिखी और समझौता करने का दबाव बनाया। मामला ऊपर जानें के बाद अब मामले की जांच के आदेश दिये गए हैं।