क्या कोरोना वायरस मरीजों के जिस्म से निकल जाएगा? तो जवाब है बिल्कुल नहीं. कोरोना वायरस एक बार किसी इंसान के शरीर में घुस गया तो कोरोना वायरस ना तो कभी मरेगा और ना कभी बाहर निकलेगा.
सीधे और सपाट लफ्ज़ों में कहें तो एक बार कोरोना वायरस आपके शरीर में घुस गया तो कभी उससे निकलेगा नहीं. ना ही कोरोना वायरस कभी मरेगा. जो इंसान कोरोना वायरस से संक्रमित हो रहे हैं. वो ये जान लें कि उनके शरीर में अब कोरोना वायरस ने कभी ना निकलने की कसम खा ली है .
हिंदी में वायरस को विषाणु कहते हैं. कोरोना वायरस ने तो इंसानों के शरीर के साथ-साथ पूरी दुनिया की हालत पतली कर रखी है.
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आज पूरी दुनिया मिलकर भी महज 60 नैनोमीटर के कोरोना वायरस नहीं हरा पा रही है. एक मीटर में 1 अरब नैनोमीटर होते हैं. ज़ाहिर है कोरोना वायरस इतना छोटा होता है कि इसे नंगी आंखों से देखना तो दूर. साधारण माइक्रोस्कोप से भी कोरोना वायरस नहीं देख पाते हैं. और कोरोना वायरस की कोई उम्र भी नहीं होती. कोरोना के वायरस 20 हजार सालों तक भी ज़िंदा रह सकते हैं.
शरीर में घुसते ही कोरोना के वायरस हमारे शरीर के सिस्टम के लिए जरूरी गुड सेल पर हमला कर उन्हें मार देते हैं. और फिर कोरोना के वायरस हमारी शरीर के कोशिकाओं में मिल जाते हैं. वहां कोरोना वायरस निटेगिव प्रोटीन बनाना शुरू कर देते हैं. जिससे हमारी शरीर के कोशिकाएं भी उसी वायरस की तरह ढलने लगती हैं. और कोरोना वायरस इन कोशिकाओं के अंदर ही कई नए वायरस बनाना शुरु कर देते हैं. जिस्म में जैसे जैसे कोरोना के वायरस की तादाद बढ़ती जाती है. वैसे-वैसे इंसान बीमार पड़ता जाता है.
इंसान के जिस्म में कोरोना के वायरस कहीं से भी दाखिल हो सकते हैं. मसलन किसी के छींकने, खांसने, हाथ मिलाने, किसी चीज को छूने, यहां तक की मच्छर के काटने से भी. एक बार शरीर में कोरोना के वायरस दाखिल हो गए तो गुड सेल को मारने के बाद. हमारे शरीर के अंगों पर हमला कर, हमारे लंग्स में पहुंच कर ऑक्सीजन की सफाई की प्रक्रिया में रुकावट पैदा करने लगते हैं.
इंसानियत पर हमला करने वाले इन जानलेवा वायरसों से इतिहास की किताबें भरी पड़ी हैं. मगर हर जानलेवा वायरस का इलाज किया गया. देर भले लग रही हो मगर कोरोना वायरस का भी इलाज जल्दी ही होगा. –Source