कोरोनावायरस के कारण देश में लम्बे समय से लॉकडाउन लगा हुआ है। लम्बे लॉकडाउन के कारण देश के प्रवासी मज़दूर अपने घरों से दूर फंस गए हैं। सरकार इन मज़दूरों के घर पहुँचने का इंतज़ाम कर रही है। ऐसे में कुछ लोग इस स्थिति का फायदा भी उठा रहे हैं। पुलिस ने 2 ड्रग तस्करो को पकड़ा है। ये ड्रग तस्कर मज़दूरों को छोड़ने का पास बनवाकर तस्करी कर रहे थे। मज़दूरों को छोड़ने का पास गाड़ी के शीशे पर लगाकर ये तस्करी को अंजाम दे रहे थे।
इन शातिर ड्रग सप्लायर अपराधियों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने पकड़ा है। पकड़े जानें पर पता चला कि ये शातिर अपराधी पंजाब से झारखण्ड मज़दूरों को छोड़ने का ई-पास बनवाकर ड्रग सप्लाई कर रहे थे। ये दोनों अपराधी झारखण्ड के हजारीबाग इलाके से पंजाब और दिल्ली में ड्रग सप्लाई करते थे। पुलिस ने इन अपराधियों को 12 किलो अफीम के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि इनके पास से बरामद हुई अफीम बहुत अच्छी क्वालिटी की है जिसकी कीमत 2 करोड़ रूपये है।
ये तस्कर लॉकडाउन के दौरान कई बार तस्करी को अंजाम दें चुके है। इन शातिर तस्करो ने पंजाब के होशियारपुर SDM से मज़दूरों को छोड़ने का ई-पास बनवाया था। ई-पास को इन अपराधियों ने गाड़ी के शीशे पर चिपका दिया था। चेकपोस्ट पर पुलिस पास देख कर इन्हे गाड़ी निकालने की अनुमति दे देती थी। आखिरकार दिल्ली में इन अपराधियों को पकड़ लिया गया है। अपराधियों को पकड़ कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी गयी है। पुलिस अब इनके दूसरे साथियो का पता लगाने की कोशिश कर रही है।