कोरोना से इस समय दुनिया के करीब 200 देश जूझ रहे हैं, 2018 में चीन के बुहान शहर से शुरू हुआ ये वायरस अब तक लाखों लोगों की जान ले चूका हे | पूरी दुनिया इससे लड़ने का इलाज ढूंड रही हे,लेकिन अब तक कोई इसका पूरी तरह इलाज नहीं ढूंड पाया हे मगर इस पर लगातार Research जारी हे | हालाँकि American वैज्ञानिक ये दावा कर रहे हैं की उन्होंने कोरोना से लड़ने की दवाई ढूंड निकाली हे| और अब वो जल्द ही इस दवा के इस्तेमाल से कोरोना वायरस को Control करने में कामयाब हो सकेंगें |
American वैज्ञानिक का दावा हे, ये दवा कोरोना से पीड़ित मरीज़ों को ठीक करने में कारगर साबित हो रही हे | वैज्ञानिकों का मानना हे इबोला की दवा रेमडेसिविर इस संक्रमण से लड़ने में काफी हद तक कामयाब रही हे |अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सलाहकार डॉक्टर एंथोनी फाऊसी ने भी इस दवा की बहुत तरीफ की हे,और बताया हे की बहुत से मरीज़ों को इस दवा से फायदा भी पंहुचा हे |
Experts का कहना हे इस दवा के बहुत से सकारात्मक प्रभाव नज़र आ रहे हैं |रेमडेसिविर दवा का अमेरिका, यूरोप , और ऐशिआ के करीब 68 देशों के 1063 लोगों पर ट्रायल किया गया हे और ये बहुत कारगर साबित हुई | इस ट्रायल के समय ही पता चला की ये एक कामयाब दवाई हे जो लोगों के लिए किसी संजीवनी जड़ी बूटी से कम नहीं हे |
रेमडेसिविर दवा को जब इबोला के लिए प्रयोग किया गया था तो डॉक्टरों का मानना हे वो ट्रायल में फ़ैल हो गए थी लेकिन WHO की रिपोर्ट में बताया गया था की चीन के बुहान शहर में इस दवा के सकारात्मक लक्षण देखने को मिले थे|खेर ये एक अच्छी खबर हे की कोई तो दवा ऐसी मिली जो इस भयानक बिमारी से लड़ने में अपना असर दिखा रही हे और ये उन देशो के लिए और भी ज़्यादा अच्छी खबर हे जो देश इस वायरस से बुरी तरह संक्रमित हैं |
दुनियाभर में कोरोना वायरस से लगभग 228,267 लोगों की मोत हो गए हे जबकि 3,221,653 से ज़्यादा इस महामारी से संक्रमित हैं | अकेले अमेरिका में 1,064,572 से ज़्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं ,जबकि 61,669 अपनी जान गवा चुके हैं|