कोरोना वायरस को लेकर जहाँ पुरे देश में लॉक डाउन की स्थिति बनी हुई हे वहीँ दूसरी तरफ महाराष्ट्र में लॉक डाउन की धज्जियाँ उड़ती हुई नज़र आयी | आपको बता दे के कोरोना के सबसे ज़्यादा केस भारत में महाराष्ट्र राज्ये में ही हैं | जिसकी संख्या 2700 के पार हो चुकी हे और 1700 लोगो की पुस्टि हो चुकी हे | जहाँ भारत में कोरोना को लेकर हर रोज़ स्तिथि गंभीर होती जा रही हे| वहीँ लॉक डाउन को तोड़ने की तस्वीरें और वीडियो भी जगह जगह नज़र आ रही हैं |
14-अप्रैल-2020 को लॉक डाउन की अवधि 21 दिन और बढ़ने के बाद महाराष्ट्र में परेशान मज़दूर सड़को पर आ गए भीड़ इतनी बड़ी तादाद में थी जिसपर काबू पाने के लिए महाराष्ट्र सरकार को पुलिस बल का सहारा लेना पड़ा | बहुत सारे लोग पुलिस के लाठी चार्ज करने से गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हे बाद में उपचार के लिए जिला अस्पताल लेजाया गया|
जानिए अदित्य ठाकरे ने क्या कहा ?
महाराष्ट्र में सबसे ज़्यादा कोरोना के मरीज़ मुंबई में हे जिसकी वजह से भारत सरकार ने पुरे महाराष्ट्र को लॉक डाउन किया हुआ हे | 14 अप्रैल को लॉक डाउन की ख़तम होने की अफवाह की वजह से लाखों की तादाद में मज़दूर लोग अपने ग्रह राज्ये जाने के लिए मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर इकट्ठे हो गए जिन्हे बादमे पुलिस बल का प्रयोग कर हटाया गया |
महाराष्ट्र की इस घटना को लेकर सियासत भी गरमा गई हे | राज्ये के मंत्री अदित्य ठाकरे ने इस घटना का ज़िम्मेदार केंद्र सरकार को ठहराया हे और इस घटना को केंद्र सरकार की नीतियों की नाकामी बताई हे |

आदित्य ठाकरे बोले – “संघ सरकार द्वारा निर्धारित एक पारस्परिक रोड मैप काफी हद तक प्रवासी श्रमिकों को एक राज्य से दूसरे राज्य में सुरक्षित और कुशलतापूर्वक घर पहुंचाने में मदद करेगा। समय और फिर इस मुद्दे को केंद्र के साथ उठाया गया है।”
इसके बाद उन्होंने कई बिंदुओं को भी ट्वीट किया जैसे- जिस दिन से ट्रेनों को बंद किया गया है, उसी दिन से, राज्य ने ट्रेनों को 24 घंटे और चलाने के लिए अनुरोध किया था ताकि प्रवासी श्रमिक घर वापस जा सकें।
CM उद्धव ठाकरे जी ने इस मुद्दे को PM- CM वीडियो में उठाया और साथ ही प्रवासी श्रमिकों के लिए एक रोडमैप का अनुरोध किया