भारत में कोरोना का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। लॉकडाउन लगा होते हुए भी कोरोना की रफ़्तार में कमी नहीं आयी है। भारत में कोरोना से सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है। महाराष्ट्र में अब तक कोरोना के 8600 मामले सामने आ चुके हैं। अभी खबर मिली है कि महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के कारण एक पुलिसकर्मी की मौत हो गयी है। साथ ही खबर ये भी है कि कई सरकारी अस्पतालों ने इस पुलिसकर्मी को भर्ती करने से इंकार कर दिया था।
57 वर्षीय हेड कांस्टेबल बुखार महसूस होने पर एक सरकारी अस्पताल में खुद को दिखाने गए थे। लेकिन अस्पताल ने उन्हें दूसरे अस्पताल जानें को कह दिया। वहां से वे दूसरे अस्पताल गए। वहां पर भी उन्हें किसी दूसरे अस्पताल में जानें को बोल दिया गया। हेड कांस्टेबल इधर से उधर अस्पतालों के चक्कर लगा रहे थे। काफी समय बर्बाद होने के बाद परेल स्थित केइएम हॉस्पिटल में उन्हें भर्ती किया गया। वहां पता चला कि वे कोरोना से संक्रमित हैं।
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एक अधिकारी ने बताया की हेड कांस्टेबल को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल काफी समय तक दौड़ाया गया। किसी भी अस्पताल ने उन्हें कोरोना से संक्रमित होने के कारण भर्ती नहीं किया। आखिरकार केइएम हॉस्पिटल में इस पुलिसकर्मी ने अपना दम तोड़ दिया। ये बेहद शर्म की बात है कि हमारे लिए अपनी जान देने वाले पुलिसकर्मी के साथ अस्पतालों द्वारा ऐसा सलूक किया गया।
महाराष्ट्र में ये तीसरी बार था जब एक पुलिसकर्मी की जान कोरोना के कारण गयी। उनसे पहले दो और पुलिसकर्मी इसका शिकार हो चुके हैं। महाराष्ट्र में अब तक 8600 लोग कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं। राज्य में कुल 370 लोग अपनी जान भी गँवा चुके हैं।