कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण दुनिया भर के धार्मिक कार्यक्रम रद्द हो चुके हैं। पूरी दुनिया में धार्मिक स्थलों पर भी ताला लगा हुआ है। ताज़ा खबर पाकिस्तान से है। पाकिस्तान में रमज़ान के दौरान नमाज़ को लेकर दिशानिर्देश जारी किये गए हैं। आपको बता दें कि पाकिस्तान में कोरोना से इस समय लगभग 7,500 लोग संक्रमित हैं और 150 लोग अब तक अपनी जान गंवा चुके हैं।
मुस्लिमों का पवित्र माह रमज़ान शुरू होने वाला है। रमज़ान में मस्जिदों में बहुत ज़्यादा लोग नमाज़ पढ़ने आते हैं जिससे मस्जिदों में काफी भीड़ रहती है। ऐसे में कोरोनावायरस के चलते भीड़ जमा होना काफी खतरे की बात है। इसी बात को ध्यान रखते हुए पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने देश के सभी धर्म गुरुओं से बात की और ये दिशानिर्देश जारी किये।
पाकिस्तान में ऐसे पढ़ी जाएगी रमज़ान की नमाज़
नए नयमों के अनुसार पाकिस्तान में रमज़ान के दौरान मस्जिद खुलेंगी और नमाज़ होगी। लेकिन इसके लिए कुछ नियम बनाये गए हैं।
1. मस्जिद में बिना मास्क के एंट्री नहीं होगी।
2. मस्जिद के अंदर सोशल डिस्टैन्सिंग रखी जाएगी।
3. मस्जिद में कोई कालीन या जानमाज़ नहीं बिछाई जाएगी।
4. मस्जिद में इफ्तार नहीं होगा।
5. 50 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति व नाबालिग बच्चो की मस्जिद में एंट्री नहीं होगी।
6. ऐसे व्यक्ति जिन्हे सर्दी, बुखार, खांसी, नज़ला आदि है वो मस्जिद में दाखिल नहीं होंगे।
पाकिस्तान ने ये नियम बना तो दिये हैं लेकिन क्या इन नियमो का पालन ठीक से हो पायेगा? अगर इन नियमो का पालन ठीक से न हुआ तो हो सकता है, पाकिस्तान को ये कदम उठाना भारी पड़े।