जब से कोरोनावायरस फैला है तब से ही दुनिया भर के लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है। भारत में कोरोना फैलने के कारण लॉकडाउन लगा हुआ है। इस लॉकडाउन को लगे 2 महीने से भी ज़्यादा हो चुके हैं। लॉकडाउन में सभी वर्ग के लोगों को अलग-अलग तरह की मुसीबतो का सामना करना पड़ा है। अपना घर छोड़ कर दूसरे राज्यों में मज़दूरी का काम करने गए प्रवासी मज़दूरों को भी लॉकडाउन की मार झेलनी पड़ी। अपने घरों से दूर ये मज़दूर लॉकडाउन में देश के अलग अलग हिस्सों में फंस गए थे।
सरकार से मदद न मिलने के कारण ये गरीब मज़दूर पैदल ही अपने घरों की तरफ निकल पड़े थे। इस पैदल सफर ने सैंकड़ो मज़दूरों की जान ले ली। सैंकड़ो मज़दूरों की जान जानें के बाद आखिरकार सरकार का ध्यान मज़दूरों पर गया। सरकार अब मज़दूरों को घर पहुँचाने का इंतेज़ाम कर रही है। इन गरीब प्रवासी मज़दूरों को ट्रेनों और बसों द्वारा उनके घर पहुँचाया जा रहा है। लेकिन सरकार के इस कार्य के शुरू होने से पहले ही बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने मज़दूरों को उनके घर भेजने का कार्य शुरू कर दिया था।
इन गरीब प्रवासी मज़दूरों के लिए सोनू सूद किसी मसीहा से कम साबित नहीं हुए। देश के अनेक हिस्सों में फंसे हुए हज़ारो मज़दूरों को सोनू सूद अपने निजी खर्च पर उनके घर पहुंचा चुके हैं। सोनू सूद के इस काम की सोशल मीडिया पर खूब वाह-वाही हो रही है। कुछ लोग सोनू सूद को सुपरहीरो तक कह रहे हैं। सोनू सूद मज़दूरों को बसों द्वारा उनके घर भेजने का इंतज़ाम कर रहे हैं। मज़दूरों को घर पहुंचाने का ये काम सोनू ने अब बसों तक ही सीमित नहीं रखा है। सोनू अब प्लेन से भी मज़दूरों को घर पहुंचा रहे हैं।
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दरअसल सोनू को उनके किसी करीबी ने बताया कि केरल में 167 लोग फंसे हुए हैं। सोनू ने तुरंत एयर एशिया से बात करके इन मज़दूरों के लिए एक चार्टर्ड प्लेन का इंतज़ाम किया। केरल से इन मज़दूरों को भुवनेश्वर के बीजू पटनायक हवाई अड्डे पर पहुँचाया गया। हवाई अड्डे से बसों में बैठा का इन सभी मज़दूरों को इनके घर पर रवाना किया गया। एयर एशिया ने कहा कि उन्हें सोनू सूद के साथ मिलकर इन गरीब मज़दूरों की मदद करने की बेहद ख़ुशी है। मज़दूरों के लिए सोनू किसी मसीहा से कम साबित नहीं हुए हैं। खबर है कि बिहार में लोग सोनू का पुतला बनवा रहे है।