कोरोनावायरस के कारण पूरी दुनिया रुक सी गयी है। सभी तरह की गतिविधियां बंद पड़ी हुई हैं। भारत का हाल भी कुछ अलग नहीं है। भारत में और सभी सेवाओं के साथ साथ रेलवे सेवाएं भी लम्बे समय से बंद पड़ी हुई हैं। लॉकडाउन के कारण रेलवे सेवाओं को बंद किया गया था। लेकिन अब रेलवे फिर से पटरी पर दौड़ने के लिए तैयार हो रही है। केंद्र सरकार ने रेलवे को वापस शुरू करने का आदेश दे दिया है।
12 मई से रेलवे की सेवाएं शुरू हो रही हैं। लेकिन इसके लिए केंद्र ने लम्बे चौड़े नियम भी बनाये हैं। इस बार रेल का सफर इतना आसान नहीं होगा। प्रत्येक यात्री को नए नियमो का पालन करना होगा। नए नियमो के अनुसार केवल कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को ही यात्रा की अनुमति होगी। सभी यात्रियों की स्टेशन में अंदर जानें से पहले स्क्रीनिंग की जाएगी। जिन यात्रियों में कोरोना के लक्षण नहीं होंगे उन्ही को अंदर स्टेशन में भेजा जाएगा।
मंत्रालय द्वारों दिये गए दिशानिर्देशों के अनुसार सभी स्टेशनो के अंदर आने और बाहर जानें वाले मुख्य द्वारों पर सेनीटाईज़र की सुविधा होगी व इसका इस्तेमाल भी अनिवार्य होगा। इसके अलावा रेल के प्रत्येक कोच में भी सेनीटाईज़र की सुविधा होगी। स्टेशन और रेल के अंदर प्रत्येक यात्री के चेहरे पर मास्क लगा होना अनिवार्य होगा। बिना मास्क के स्टेशन के अंदर नहीं घुसने दिया जाएगा।
अपनी पूरी यात्रा के दौरान सोशल डिस्टैन्सिंग का पालन भी लोगों को करना होगा। प्रत्येक यात्री को ट्रैन छूटने के समय से 90 मिनट पहले स्टेशन में दाखिल होना होगा। प्रत्येक यात्री अपनी रेल निकलने के समय से डेढ़ घंटा पहले स्टेशन में एंट्री लेगा। इसके साथ ही यात्रियों को बहुत कम सामान साथ ले जाने की अनुमति मिलेगी। अगर आपकी तबीयत पहले से ख़राब है तो आप सफर नहीं कर पाएंगे।